इस समय चीन में करो ना बहुत तेजी से तबाही मचा रहा है जानकारों के मुताबिक अभी चीन में लहर थमने वाली नहीं है और हो सकता है आने वाला 2023 चीन इससे बहुत बुरी तरह प्रभावित हो चीन के अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं वहां पर पावर रखने की भी जगह नहीं है यहां तक कि अगर हम बात करें तो श्मशान में भी जगह नहीं रह गई है।
लाशों को रखने के लिए रेफ्रिजरेटर का यूज कर रहे हैं।
चीन में जिस तरह से करो ना वायरस फिर से फैल रहा है और तबाही मचा रखी है वहां पर अस्पतालों में लोगों को जगह भी नहीं मिल रही है इसके अलावा जो लोग मर रहे हैं उनको जलाने के लिए बहुत लंबे समय के लिए इंतजार करना पड़ रहा है यहां तक कि कई कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है इसलिए लाश को सड़ने से बचाने के लिए लॉन्ग रेफ्रिजरेटर बॉक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे लाश को सुरक्षित रखा जा सके और समय आने पर उसको जलाया जा सके या दफनाया जा सके।
2019 में कोरोना की शुरुआत हुई थी।
2019 में कोरोना महामारी की शुरुआत चीन से हुई थी पर इसकी जो तबाही हुई थी वह चीन को छोड़कर दूसरे देशों में बहुत ज्यादा हुई थी सभी देशों की अर्थव्यवस्था बिगड़ चुकी थी। पर इस बार चीन में ही करो ना का नया वैलेंटाइन और चीन में ही फैलने लगा जहां पर लोगों को अस्पताल में ना ही जगह मिल रही है और ना ही लाशों को दफनाने और जलाने के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है।
भारत और चीन के बीच विमान सेवा
अगर आपको पता होगा तो भारत और चीन के बीच पिछले 3 सालों से कोई भी डाइट विमान सेवा शुरू नहीं हो पाई है हालांकि दूसरे देशों से आवागमन तो जारी है इसी तरह 2020 में भी हुआ था चीन से लोग भारी संख्या में इटली जाते थे इटली में चीन के बाद करो 9 पैर पसारे और लाखों लोगों की मौत हो गई इसके बाद दुनिया के देशों में कोरोना फैलना शुरू किया जिससे लोगों को बहुत ही ज्यादा हिला कर रख दिया।
केंद्रीय की समीक्षा बैठक
अभी हालिया में ही चीन के हालात को देखते हुए भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक ने की सलाह दी है और बुधवार को केंद्र सरकार ने समीक्षा बैठक की और जरूरी उपाय करने के बारे में भी चर्चा किया है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई बातों को जो देने के लिए कहा गया है स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है वही राज्यों से जीनोम सेक्स रेसिंग बढ़ाने को भी कहा गया है जिससे कि कोरोना के नए बहन की पहचान की जा सके।
चीन और भारत के बीच विमान सेवा पर प्रतिबंध लगना चहिए।
जिस तरह से चीन में korona ने तबाही मचा रखी है बहुत ही ज्यादा चिंता का विषय बना हुआ है। चीन में जैसे ही जीरो पॉलिसी को बेड पर ढील दी गई वैसे ही संक्रमण बहुत तेजी से फैल गया भारत की सीमा चीन से लगी हुई है इसके अलावा भारत बड़ी मात्रा में चीन से आयात भी करता है परंतु आयात और निर्यात पर रोक नहीं लगाई लगाई जा सकती। भारत और चीन के बीच डाइट विमान सेवा भी अभी शुरू नहीं हुई है और कहा जा रहा है कि 2023 में विमान सेवाएं शुरू की जाएंगी हालांकि इस पर कोई फाइनल फैसला भी नहीं किया गया है भारत को सबसे पहले एयरपोर्ट पर सावधानी बरतनी होगी जिससे बाहर से आने वाले लोगों की जरूर जरूरी जांच होनी चाहिए और एक अनुमान के मुताबिक अगले 90 दिनों में चीन के 60 फीसदी आबादी करो ना संक्रमित हो जाएगी।
चीन अपना सारा सच छुपता है
सबसे बड़ी चिंता की बात तो यह रही है कि चीन को अपना सच छिपाने में बहुत ही ज्यादा मजा आता है और वह बहुत ही माहिर है अपने सच को छुपाने में ऐसे में चीन में होने वाली मौतों और वायरस के इसकी सही जानकारी नहीं मिल पाती है क्योंकि चीन किसी भी देश को यह पता नहीं लगने देना चाहता है कि वहां पर कितने लोग चीन और कोरोना की वजह से मरे हैं चीन के वुहान से ही संक्रमण की शुरुआत हुई थी लेकिन चीन हमेशा से इस बात से इंकार करता हुआ आया है इसी तरह चीन जब करो ना के कहर से जूझ रहा है तो वह दुनिया के सामने सही आंकड़े भी नहीं रख रहा है इससे उसका कहना है कि चीन में कोरोना से मौत नहीं हो रही है वहीं जब सोशल मीडिया पर आने वाले वीडियो को देखते हैं तब पता चलता है कि वहां की स्थिति बहुत ही ज्यादा खतरनाक है ऐसे सच छिपाने वाले पड़ोसी देशों से सतर्क रहना भी बहुत जरूरी है।
एहतियात बरतें।
1. Mask 😷 fir se लगाना शुरू कर दीजिए।
2.डिस्टेंस रखे कही पर भी ।
3. किसी से हाथ न मिले।
4.आप सुरक्षित तो सब सुरक्षित।