दोस्तों चीन इस बार फिर से कोविड-19 के संक्रमण से जूझ रहा है एक बार फिर से covid ने चीन में हाहाकार मचा रखा है।
BF7 माइक्रोन के स्वरूप ba5 काही एक प्रतिरूप है । अगर इस बहन की बात करें तो इसमें जो संक्रमण है उसकी व्यापक क्षमता बहुत ज्यादा होती है और इसकी इनक्यूबेशन अवधि भी कम होती है और यहां तक कि यह उन लोगों को भी संक्रमित कर सकता है जिनको पहले से ही टीक लग चुका है।
कोरोना के जिस वैरीअंट ने चीन में तबाही मचा रखी है उसके चार मामले अब भारत में भी दर्ज किए जा चुके हैं। समाचार एजेंसियों की अगर हम बात करें तो पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार ओमिक्रोन सब वैरीअंट बीएफ 7 के 4 मामले भारत में पाए गए हैं। यह वही मामला है और वायरस है जिसने चीन में अभी तक तहलका मचाया हुआ है।
सूत्रों से पता चला है कि गुजरात के बायो टेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने भारत में बी एफ 7 के पहले मामले का पता लगा लिया था और उनका कहना है कि अब गुजरात से 3 मामले सामने आए हैं जबकि एक मामला ओडिशा का है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार फिलहाल कोई एक्टिव केस अभी भी सामने नहीं है और अतीत में कितने थे इसका कोई भी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है और सूत्रों ने यह भी कहा है कि गुजरात में बीएफ सेवन का एक मामला जून में दूसरा सितंबर में और तीसरा 15 दिसंबर को पता चला था सरकार के सूत्रों ने कहा कि तीनों मरीजों में दो पुरुष और एक महिला भी थी जिसमें उनकी उम्र 50 साल के करीब थी वह सभी घर पर ही ठीक हो गए थे।
वडोदरा में मिला करो ना का बीएफ सेवन वेरिएंट जिस्म चीन में तहलका मचा ही अब भारत में भी दस्तक दे रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने बुधवार को हुई कोबिट समीक्षा बैठक में विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि अभी तक कोविड मामलों की संख्या में कोई भी बहुत अधिक वृद्धि नहीं हुई है लेकिन मौजूदा और उभरते स्वरूप पर नजर रखने के लिए निरंतर निगरानी की आवश्यकता है।यहां पर आधिकारिक सूत्रों के अनुसार चीन के विभिन्न शहर वर्तमान में कोविड के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप देखने को मिल रहे हैं जिसमें ओम क्राम ज्यादातर bf7 की चपेट में है जो बीजिंग में फैलने वाला मुख्य कारण यह स्वरूप है इसी के कारण चीन में कोई संक्रमण के मामले में बहुत ज्यादा उछाल आया है।
बीएफ 7 ओमिक्रॉन की अगर बात करें तो यह bf5 का ही एक स्वरूप है और इसमें संक्रमण की क्षमता बहुत अधिक होती है इसकी इनक्यूबेशन अवधि भी कम होती है इसमें पुनः सक्रमण पैदा करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की ऐसी क्षमता रखता है जिन्हें टीका लग चुका है और जो थोड़े से स्वास्थ्य में ठीक हैं यह अमेरिका ब्रिटेन और बेल्जियम जर्मनी फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों में पाया गया है ।
भारत के लिए कितना खतरनाक है?
अगर विशेषज्ञों की बात करें तो उन्होंने यह बताया है कि चीन में फिलहाल बड़े मामलों के लिए ओमी क्रॉउन बी एफ 7 सब वैरीअंट प्रमुख कारण के तौर पर बताया जा रहा है। और इसे देखते हुए ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है कि इस वैरीअंट का खतरा भारत में भी बढ़ सकता है अक्टूबर में गुजरात बाय टेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने देश में इस वैरीअंट के कर संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि भी की थी इसके अलावा भारत में भी और इसके अलावा कई यूरोपीय देशों में भी इसके संक्रमण की पुष्टि की जा चुकी है।
भारत में अगर बात करें तो टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह एंड सीएजीआई के चेयरमैन डॉ एनके अरोड़ा ने कहा है कि चीन में व्यापक रूप से कुवैत संक्रमण की खबर फैल रही है पर भारत इस खतरे की बात करें तो बड़े पैमाने पर लोगों को टीकाकरण हो चुका है जिससे संक्रमण का जोखिम काफी कम हो गया है।
INSACOG की डेटा से यह पता चला है कि दुनिया भर में पाए गए ओ माइक्रोन के लगभग सभी सब वैरीअंट भारत में देखे जा चुके हैं लेकिन हर स्थिति पर नजर रखी गई है और घबराने की जरूरत भी नहीं है क्योंकि भारत में स्थिति नियंत्रण में है।
BF 7 वेरिएंट क्या है?
शोधकर्ताओं ने बताया है कि बीएफ 7 ओमी क्रोन के बीए 5.2.1.7 सब वैरीअंट से ही बना है यह muted रूप है और इसके कुछ म्यूटेशन संक्रमण और गंभीरता को बढ़ाने वाले देखे जा रहे हैं चीन की रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि बीएफ 7 ओवर में 1 रन के अन्य शबरीन की तुलना में अधिक संक्रामक फैलाने वाला है इसका इक्वेशन पीरियड भी बहुत कम है।
इनक्यूबेशन पीरियड का जो मतलब होता है वायरस से संक्रमित इंसान में लक्षण आने में लगने वाला जो समय होता है उसको बोलते हैं इसके अलावा भी f7 में प्रतिरक्षा को चकमा देने वाली क्षमता भी अधिक देखी जा रही है ऐसे में यह वैक्सीनेटेड लोगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है
अध्ययन के आधार पर शोधकर्ताओं ने बताया है कि बी एफ 7 का रीप्रोडक्शन रेट भी अधिक है अगर इसका मतलब समझें कि संक्रामक था काफी अधिक हो सकती है डेल्टा वेरियन के मामले में रीप्रोडक्शन रेड जहां 5 से 6 के बीच में देखा जा रहा था वहीं पर बीएफ7 यही मामला बढ़कर 10 से 18 के करीब हो गया है।
हिडन स्प्रेड का भी खतरा।
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया है कि बीएफ 777 स्पीड का खतरा भी हो सकता है हिट एंड स्प्रेड का मतलब इससे संक्रमित ज्यादातर लोगों में लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं ऐसे में उनकी पहचान करना और भी कठिन हो जाता है फिर भी ऐसे लोगों से वायरस का प्रसार का खतरा हो सकता है क्योंकि बी एफ 7 का रीप्रोडक्शन रेट भी अधिक है ऐसे में यह कम समय में बड़ी आबादी में संक्रमण का कारण बन सकता है।
Note यह जो भी लिखे वह मेडिकल रिपोर्ट और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के सुझाव के आधार पर ही तैयार किया गया है।