Charles Sobhraj : रिहाई के बाद नेपाल ने चार्ल्स शोभराज को भेजा फ्रांस 19 साल के बाद जेल से निकला बाहर

AZADINAUKRISE
0
बिकनी किलर के नाम से कुख्यात चार्ल्स शोभराज को शुक्रवार को प्रांत भेज दिया गया है। सूत्रों के अनुसार पीटीआई के मुताबिक नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उसे रिहा करने का आदेश दे दिया और एक अमेरिका महिला की हत्या के मामले में 19 साल से जेल में बंद था।
Charles Sobhraj
Charles Sobhraj 

नेपाल रिपोर्ट

काठमांडू के सेंट्रल जेल से रिहा हुए बिकनी किलर के नाम से कुख्यात चार्ल्स शोभराज को शुक्रवार को फ्रांस भेज दिया गया है सूत्रों के मुताबिक। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को स रिहा करने का आदेश दे दिया था और यह एक अमेरिका महिला की हत्या के मामले में 19 साल से जेल में बंद था। इस मामले में चार्ल्स शोभराज को उम्र कैद की सजा मिली थी फ्रांसीसी नागरिक स्वराज भारतीय एवं वियतनामी माता-पिता की संतान हैं। नेपाल के इमीग्रेशन विभाग और फ्रांसीसी दूतावास ने स्वराज्य यात्रा दस्तावेज तैयार कर दिए हैं काठमांडू से स्वराज कतर एयरवेज से दोहा गए और वहां से पेरिस रवाना हो गए।

शोभराज की गिरफ्तारी 2003 में काठमांडू के कैसे हुई थी

अमेरिकी महिला कोंनिए जो ब्रोंजिच की 1975 में हुई हत्या के मामले में स्वराज को 2003 में काठमांडू में एक चश्मे से गिरफ्तार किया गया था उस समय सेवा इस मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा था। स्वराज के वकीलों में से एक सुदेश सुबह दी ने कहा था कि पेरिस में शोभराज की मां और बेटी उसकी प्रतीक्षा कर रही हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता एवं संयुक्त सचिव इंद्रमणि पोखरेल कहा किशोर राज को अगले 10 वर्षों तक नेपाल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। क्योंकि यह धोखा देने और लूटने में की हरकतों के कारण शोभराज को थाईलैंड में बिकनी किलर और धोखेबाज के उपनाम से जाना भी जाता है।

20 से जायदा हत्या की थी 10 साल के दौरान

नेपाल में अगर उम्र कैद की सजा की बात करें तो वह 20 वर्ष की जेल होती है पुलिस से बचने में माही स्वराज पर संदेह है कि उसने 1970 और 1980 के दौरान एशिया के विभिन्न हिस्सों में 20 से ज्यादा पश्चिमी नागरिकों की हत्या की थी जिसमें वह शिकार बनाता था और उसके साथ दोस्ती करके उसके खाने पीने की चीजों में ड्रग्स मिला देता था। याद कि 2014 में भी उसे एक कनाडाई की हत्या मामले में भी उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी।

चार्ल्स सोभराज एक सीरियल किलर जिसका कई मुल्कों की पुलिस को था इंतजार आप फिर से चर्चा में बिकनी किलर

एक ऐसा नाम जो कल से ट्विटर पर बहुत ही ज्यादा ड्रिंक कर रहे हो और अखबार की सुर्खियों में छाया हुआ है वह सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज जिनका असली नाम है हद चंद भवनानी गुरुमुख चार्ल्स शोभराज। आपने इससे पहले भी कई साथियों की कहानियां सुनी होंगी पर यह कहानी बिल्कुल ही अलग है अगर इसकी कहानी की बात करें तो उसके कथित के कारनामों के साथ इस की निजी जिंदगी भी बहुत ही ज्यादा दिलचस्प है।

चार्ल्स सोभराज एक शातिर कातिल के बचपन की कहानी

शोभराज की अगर हम बचपन की बात करें तो उनकी मां वियतनामी और पिता एक भारतीय थे। लेकिन उनकी मां उन से अलग होकर रहने लगी थी क्योंकि दोनों कभी शादी के बंधन में बंध ही नहीं थे जिसकी वजह से चार्ल्स के हिंदुस्तानी पिता ने उसे कभी अपनाया ही नहीं ऐसे मैं उसके सामने एक ऐसा वक्त भी आ गया जिससे वह किसी भी देश का नागरिक नहीं बन पाया।

चार्ज की अगर बात करें तो 1944 में वियतनाम के साईगान में पैदा हुआ था। उस वक्त इस शहर पर जापानियों का कब्जा था शोभराज की मां ने वियतनाम में तैनात एक फ्रांसीसी फौजी से शादी की और पहली चली गई फ्रांसीसी फौजी ने चार्ल्स को अपना लिया जिससे उसे फ्रांस की नागरिकता हासिल हो गई।

चार्ज का पूरा नाम हाथ चंद भावनानी गुरुमुख चाल शोभराज।


यह जुर्म की दुनिया का एक ऐसा इकलौता सच है जिसकी जिंदगी तिलिस्मी रोमांच और ग्लैमर से भरी हुई है फिर चाहे वह जेल की सलाखों के पीछे कैद हो या फिर खुली हवा में आपने डायलॉग तो सुना ही होगा अमिताभ बच्चन का कि जिसको डॉन का इंतजार 11 मुल्कों की पुलिस कर रही है सचमुच में एक ऐसा वक्त आया था कि जब चाल शोभराज को भारत नेपाल में अनाथालय फैंसी राम गिरीश और तुर्की समेत करीब 9 देशों की पुलिस हथकड़ियों में बांधना चाहती थी।

बिकनी किलर के नाम से भी जाना जाता है चार्लस

शोभराज की कहानी बहुत ही ज्यादा दिलचस्प से भरी हुई है जिससे बॉलीवुड और हॉलीवुड में अच्छे घर से 3 घंटे की फिल्मों को बनाया जा चुका है चाल शोभराज को भारत के साथ दक्षिण एशियाई देशों में बिकनी किलर के नाम से भी जाना जाता है जिसमें इसने 1970 के दशक में दक्षिण पूर्व एशिया के लगभग हर देश में जाकर विदेशी सैलानियों को शिकार बनाया उन्हें मौत के घाट उतार दिया।

चार्ल्स शोभराज 6 भाषाएं जानता है।

चार्ल्स कि अगर हम बात करें तो वह 6 भाषाओं को जानता है उसके बारे में ही मशहूर है कि बस आपकी तरह अपने शिकार को अपनी कुंडली में जगह लता है और कई भाषाओं में बात करने की कला है जिसे पूरी तरह शिकार को अपनी बातों में फंसा लेता है और फिर उसे अपने रास्ते से हटा देता है।

पहले बनाया था तथा शारीरिक संबंध।

चार्ल्स शोभराज की अगर बात करें तो वह नशीली दवा अध्यक्ष का सेवन करता था और मौत के घाट उतारने वालों में भी वह नर्सरी दवाई अध्यक्ष पाए जाते थे इसके अलावा महिलाओं में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए जाते इसका भी पता चला था। 1976 में चार्ल्स शोभराज ने एक बहुत बड़ा हाथ मारा और भारत के सर पर आए फ्रांसीसी ग्रुप के 4 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था जिसके बाद साथ ही 40 में एक इजरायली सेना ने की हत्या कर दी थी इसकी वजह से उसे पकड़ा गया और पहले 7 साल और फिर 5 साल की सजा देकर तिहाड़ जेल भेज दिया गया था।

चार्ल्स 18 साल की उम्र में पहली बार गया था जेल।

चाल शोभराज की अगर बात करें तो वह 18 साल की उम्र में पहली बार जेल गया था जिसमें उसने फ्रांस में मार्सियल की जेल में भयानक कैदियों के बीच गुजारा उसका वक्त शायद उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा मुश्किल से भरा रहा होगा वहां जेल में वह किसी से बात नहीं करूंगा क्योंकि उसे वहां के कैदी से डर लगता था लेकिन एक बार डे निकल जाने के बाद वह इतना शातिर होगा कि अपराध का जेल जाता और दिल करता वहां से भाग जाता था।

2003 में नेपाल पुलिस ने चार्ज को इस हरकत के लिए पकड़ा था।

चार्ल्स शोभराज पेरिस में किंग साइज की जिंदगी जीता था अचानक से वह 2003 में चाल शोभराज नेपाल पहुंच गया वहां एक किसानों के बाहर उसकी फोटो अखबार में छपी तो नेपाल पुलिस हरकत में आ गई। जिसके बाद वहां की पुलिस ने उसे पकड़ लिया क्योंकि नेपाल में पहले से ही चार्ज के खिलाफ हत्या के मामले दर्ज थे साथ ही फर्जी पासपोर्ट से नेपाल में दाखिल होने का भी एक मामला चार्ल्स शोभराज के खिलाफ दर्ज हो गया था।

12 अगस्त 2004 स्कोर चार्ल्स शोभराज को नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुना दी थी हालांकि यह बात अभी तक साफ नहीं हो सकी कि जिस नेपाल की पुलिस उसे तलाश कर रही थी जहां उसके खिलाफ एक अमेरिकी और एक कनाडाई नागरिक की हत्या का मामला दर्ज है और वह खुद नकली पासपोर्ट गुजर गया था जिस पर पुलिस ने उस वक्त पकड़ भी लिया था इसके बावजूद उन सबके नेपाल क्यों पहुंचा।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*