18 Pages Movie Review : सिद्धू और नंदिनी की लव स्टोरी
18 पेज मूवी रिव्यू : फिल्म 'कार्तिकेय-2' से युवा नायक निखिल को देश भर में पहचान मिली। निखिल रातोंरात पैन इंडिया हीरो बन गया। उस फिल्म में नायिका की भूमिका निभाने वाली अनुपमा हाल ही में '18 पेज' को लेकर दर्शकों के सामने आईं।
सुपर हिट कॉम्बो और सुकुमार शिष्याडू द्वारा निर्मित फिल्म। क्या निखिल और अनुपमा की '18 पेज' दर्शको के दिल मे फिर से जगह बना पायेगी जैसे कार्तिकेय - 2 मे बानी थी ? आइए जानें summry।
कहानी यह है
सिद्दू (निखिल सिद्धार्थ) एक सॉफ्टवेयर employee है। उसे एक लड़की से प्यार हो जाता है खूबसूरत है । दूसरी ओर, सिद्दू को नंदिनी (अनुपमा) ने एक डायरी लिखी है जो उसे मिल जाती है। वो उस डायरी को पड़ता है उसे पढ़ने के बाद उससे प्यार हो जाता है नंदनी से।
हालाँकि, एक ग्रुप नंदिनी के आस-पास घूमता है। क्यों? क्या नंदिनी से प्यार करने वाला सिद्धू उस प्यार में कामयाब हो पाया? या नहीं ।? उन सभी को स्क्रीन पर देखना अच्छा लगता है।
युवा अभिनेता निखिल दमदार भूमिका में एनर्जेटिक नजर आ सकते हैं। साथ ही यह सॉफ्ट परफॉर्मेंस भी दे सकता है। निखिल इस फिल्म में बेहद क्लासी परफॉर्मेंस से सबका दिल जीत सकते हैं। उन्होंने एक्शन और भावनाओं में अपनी एक छवि बनायीं है । अनुपमा एक अच्छी अभिनेत्री के तौर पर सामने आ रही हैं। यह बात कई फिल्मों मे अपनी अदाकारी से साबित कर चुकी है। अनुपमा ने इस फिल्म में अपने अभिनय से सबको प्रभावित किया है।
सरयू, अजय, शत्रु, पोसानी.. और अन्य मुख्य कलाकारों ने अपनी-अपनी भूमिकाओं में अच्छा प्रदर्शन किया।
तकनीकी प्रदर्शन
सिनेमैटोग्राफी अच्छी की गई है। और ऐसा ही बैकग्राउंड स्कोर है। गाने न सिर्फ सुनने में अच्छे हैं बल्कि स्क्रीन पर देखने में भी अच्छे हैं। कुछ जगह तोडा बोरिंग महसूस होता है। डायलॉग्स अच्छे हैं। फिल्म को बड़े पैमाने पर शूट किया गया है।
प्लस अंक
मूल कहानी
संगीत
निखिल और अनुपमाला अभिनय करते हुए
माइनस अंक
सेकेंड हाफ के कुछ सीन बोरिंग है पर फिल्म ने फिर से पकड़ बनायीं है।
चरमोत्कर्ष सरल है
विश्लेषण 18 पेज मूवी रिव्यू
फिल्म में आज के युआ की बात करे तो उनका अभिनय बेहतरीन है और ये लोग एक दूसरे के साथ समंजयस बनाने में सफल रहे । इसके साथ ही फिल्म कोई भी अश्लील scene का इस्तेमाल नहीं किया है और इसके बावजूद जीवन के सभी क्षेत्रों से दर्शकों का खूब मनोरंजन कर सकती है।
परन्तु , दूसरे भाग की बात करें तो तोडा बोरिंग जरूर है पर अभिमय की एक अछि छाप छोड़ती है । यह बिना किसी शक के कहा जा सकता है कि यह एक नए तरह की प्रेम कहानी है। ऐसे में फिल्म दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखती है। अगर निखिल अपना जादू चलाते हैं, तो फिल्म दूसरे स्तर पर चली जाती है ।