श्रमिक पंजीकरण क्या है | जाने लाभ और बनाये UP Shramik Majdur Card
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण योजना क्या है और यूपी मजदूर कार्ड 2022 के लाभ उद्देश्य पंजीकरण प्रक्रिया जाने यूपी श्रमिक कार्ड बनाने के लाभ प्राप्त करें।
श्रमिक पंजीकरण क्या है जाने इस के लाभ - IN INDIA SUVIDHA
श्रमिक पंजीकरण कैसे करें: मजदूर कार्ड रजिस्ट्रेशन 2022 UP
श्रमिक पंजीकरण 2022 का जो मुख्य उद्देश्य है वह यह है कि मजदूरों की आर्थिक जरूरतों को पूरा करना और उनके जीवन यापन के लिए मजदूरी करते तथा किसी निर्माण क्षेत्र में कार्य कर रहे उन सभी लोगों को आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए सरकार ने श्रमिक पंजीकरण की प्रक्रिया को चालू किया था इस योजना के जरिए यूपी के मजदूर लोगों को तथा उनकी बेटियों और बेटों को उत्तर प्रदेश की श्रमिक से जुड़ी सरकारी योजनाओं से अवगत कराया जाए उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाए और राज्य के सभी श्रमिक अपना पंजीकरण करवाकर श्रमिक कार्ड बनवा सकते हैं जिससे उन्हें कई तरह के लाभ मिल सकते हैं।
कौन-कौन श्रमिक पंजीकरण करवा सकते हैं।
- मजदूर जो बिल्डिंग बनाने का कार्य करते हैं
- कुआं खोदने वाले
- छप्पर वाले
- कारपेंटर का कार्य करने वाले राजमिस्त्री
- लोहार पलंबर के सड़क का निर्माण करने वाले
- इलेक्ट्रिक वाले पुताई करने वाले हो थोड़ा चलाने वाले।
- पपत्थर तोड़ने वाले लेखक कर का काम करने वाले
- BHAVAN का निर्माण करने वाले सीमेंट पठन होने वाले चुना बनाने वाले।
इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं श्रमिक मजदूर।
- मेधावी छात्र पुरस्कार योजना
- शिशु हित लाभ योजना
- निर्माण कामगार बालिका मदद योजना
- निर्माण श्रमिक भोजन सहायता योजना।
- मातृत्व हित लाभ योजना।
- संत रविदास शिक्षा सहायता योजना।
- कौशल विकास तकनीकी योजना।
- आवासीय विद्यालय योजना।
- सौर ऊर्जा सहायता योजना।
- चिकित्सा सुविधा योजना।
- कन्या विवाह योजना।
- आवाज सहायता योजना।
- गंभीर बीमारी सहायता योजना।
- अक्षमता पेंशन योजना।
- निर्माण कामगार मीडियम विकलांगता सहायता योजना।
- निर्माण कामगार अंत्येष्टि योजना।
इसके अलावा भी कुछ और लाभ हैं श्रमिक पंजीकरण के
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मजदूरों के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जाता है जिसका लाभ प्राप्त करने के लिए श्रमिक आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनते जा रहे हैं इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए श्रमिक पंजीकरण का होना बहुत ही जरूरी है श्रमिकों के लिए संचालित किया जा रही योजनाएं एवं उनके कुछ लाभ इस प्रकार से हैं।
मुख्यमंत्री योजना
इइस योजना के माध्यम से श्रमिकों के जो बच्चे हैं जिनकी आर्थिक तंगी का पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं उन्हें निशुल्क प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग प्रदान की जा रही है।
बीमा कवर एवं आकस्मिक मृत्यु
इइस योजना के अंतर्गत श्रमिकों की आकस्मिक मृत्यु या विकलांगता पर 200000 रुपए का बीमा कवर प्रदान किया जाता है उसी के साथ उन्हें 500000 का स्वास्थ्य बीमा कवर भी प्रदान किया जा रहा है।
पीएम गरीब कल्याण योजना
पीएम गरीब कल्याण योजना के माध्यम से 5 मई से श्रमिकों को मुक्त राशन का वितरण किया जा रहा है करुणा संक्रमण के दौरान सन 2022 में सरकार द्वारा मुक राशन के साथ श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता भी प्रदान किया गया था।
उत्तर प्रदेश श्रम आयोग द्वारा की जाएगी मदद।
सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है जिससे कि 5400000 मजदूरों को लाभ पहुंचा है राज्य में लगभग 4000000 श्रमिक वापस लौटे हैं इन सभी श्रमिकों को भी आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है इन सभी श्रमिकों के लिए उत्तर प्रदेश श्रम आयोग द्वारा रोजगार भी खोजा जाएगा।
बेटियों की शादी के आर्थिक सहायता
सरकार द्वारा कन्या विवाह सहायता योजना का संचालन भी किया जा रहा है जिसके अंतर्गत श्रमिकों की बेटियों की शादी की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है और साथ ही शिक्षा भी प्रदान की जा रही है।
श्रमिक पंजीकरण के लिए दस्तावेज का डॉक्यूमेंट क्या क्या लगेगा।
आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थाई होना चाहिए।आवेदक की उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच की होनी चाहिए।उन श्रमिकों ने जिसने पिछले 12 महीने में कम से कम 90 दिन निर्माण श्रमिक के रूप में कार्य किया हो।
श्रमिक पंजीकरण में केवल परिवार के मुखिया का नाम पर श्रमिक कार्ड बनता है।
- आधार कार्ड
- Ration card
- पहचान पत्र
- बैंक का विवरण
- मोबाइल नंबर मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- परिवार के सभी सदस्यों का पहचान पत्र।