ऋषि सुनक कौन है जीवन परिचय। Rishi Sunak biography Hindi wife नेटवर्थ/rishi sunak infosys russia
ऋषि सुनक का जीवन परिचय ऋषि सुनक कौन है जीवनी कहां से बिलॉन्ग करते हैं इनके पत्नी बच्चे धर्म माता-पिता उनकी जन्मतिथि जाती उम्र क्या है यह सब हम लोग इस आर्टिकल में पड़ेंगे अगर इनके बारे में आपको पूरा जानना है तो आप लोग इस आर्टिकल को पूरा पड़ेगा
इस समय के हम बात करें तो ब्रिटेन की राजनीति में लगातार हलचल मची हुई है बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद यहां की सियासत और ज्यादा गर्म आ गई है हर कोई एक ही सवाल कर रहा है कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा वही एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बोरिस जॉनसन के कार्यकाल में वित्त मंत्री ऋषि सुनक इस रेस में उतर सकते हैं आपको बता दें कि ऋषि सुनक भारतीय मूल के निवासी हैं जो ब्रिटेन की राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन क्या आप इनके जीवन परिचय के बारे में जानते हैं कहां के रहने वाले हैं कौन हैं उनके परिवार में इन सभी चीजों की जानकारी आज हम आपको बताएंगे जिसको जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है।
ऋषि सुनक का जन्म और प्रारंभिक जीवन
ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1990 में ब्रिटेन के साउथेंप्टन में हुआ। उनका परिवार भारतीय पंजाबी हिंदू है। उनकी मां उषा सुनाक फार्मासिस्ट थी और पिता यशवीर सुनक एक जनरल चिकित्सक थे। वह अपने परिवार में तीन भाई बहनों में से सबसे बड़े थ। यशवंत सुनक चौकी ऋषि सुनक के पिता हैं उनका जन्म केन्या में हुआ था। वही उनकी मां उषा तंजानिया में जन्मी थी। हालांकि उनके दादा-दादी भारतीय थे। इसलिए वह अपने आप को भारतीय ही बताते हैं। ऋषि सुनक के भाई संजय एक मनोवैज्ञानिक हैं, साथ ही उनकी बहन राखी विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में शांति निर्माण और संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करती हैं।
ऋषि सुनक की शिक्षा।
ऋषि सुनक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा विंचेस्टर कॉलेज से की जो कि एक बोर्डिंग स्कूल है वहां वह स्कूल के हेड बॉय और संपादक भी रह चुके हैं इसके बाद उन्होंने आगे की शिक्षा लिंकन कॉलेज ऑक्सफोर्ड से कि जहां उन्होंने राजनीति और अर्थशास्त्र का अध्ययन किया उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने कंसल्ट ए कंजरवेटिव कैंपेन मुख्यालय में इंटर्नशिप विकी 2006 में उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री भी हासिल की।
ऋषि सुनक का बिजनेस कैरियर।
ऋषि सुनक ने अपनी पहली नौकरी कैलिफोर्निया में स्थित एक अमेरिका निवेश बैंक में की जिसका नाम था गोल्ड मैन सेक्स इसमें उन्होंने बतौर विश्लेषक के रूप में काम किया साल 2004 में उन्होंने हेज फंड मैनेजमेंट फॉर्म द चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फंड मैनेजमेंट में भी काम किया इसके बाद साल 2009 में नौकरी छोड़ दी अक्टूबर 2010 में लगभग 536 मिलियन डॉलर के शुरुआती निवेश में फर्म शुरू की जिसका नाम रखा फिल्म पार्टनर फिर उन्होंने 2013 में उनकी पत्नी को उनके ससुर ने निवेश पर कैटामारन वेंचर्स यूके लिमिटेड का निदेशक बनाया जिसके बाद उन्होंने 30 अप्रैल 2015 को इस पद से भी इस्तीफा दे दिया।
ऋषि सुनक की शादी।rishi sunak wife
ऋषि सुनक की उनकी पत्नी से पहली मुलाकात स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुई जहां वह और उनकी पत्नी एमबीए की पढ़ाई कर रहे थे आपको बता दें कि उनकी पत्नी भारतीय अरबपति एनआर नारायण मूर्ति की बेटी हैं साथ ही वह कटमरण वेंचर्स के निदेशक के रूप में भी काम करती हैं ऋषि सुनक और उनकी पत्नी नॉर्थ यॉर्कशायर के नोट एल्टन के पास रहते हैं जिनके साथ उनकी दो बेटियां भी रहती हैं।
ऋषि सुनक की संपत्ति व कमाई/rishi sunak prime minister
अगर बात करते हैं ऋषि सुनक की संपत्ति व कमाई के बारे में तो वह इंग्लैंड के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं क्योंकि ऋषि सुनक ने व्यापार और राजनीति से बहुत सारा पैसा कमाया है अगर उनकी नेटवर्क की बात करते हैं तो वह लगभग 3.1 अरब पाउंड के करीब है जो कि भारतीय रुपयों में अगर इसकी बात करें तो तकरीबन 300 करोड़ के बराबर है एक रिपोर्ट की मानें तो 2009 में अक्षता मूर्ति से शादी करने के बाद उनका बाय बिजनेस आसमान को भी छू गया।
ऋषि सुनक ने दीवाली पर एक सिक्का भी निकाला था जिसका नाम महात्मा गांधी रखा था।
ब्रिटेन के वित्त मंत्री के पद पर रहकर ऋषि सुनक ने भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम का सिक्का जारी किया था जिसमें भारत का राष्ट्रीय चिन्ह और मां सरस्वती का सिंहासन कमल अंकित किया हुआ है यह पहली बार हुआ कि एक ब्रिटिश देश में भारतीय सिक्के को जारी किया गया था वह भी केवल ऋषि सुनक की बदौलत ही हुआ था।
ऋषि सुनक का राजनीतिक कैरियर कब शुरू हुआ।
- ऋषि सुनक का राजनीतिक करियर 2014 में पहली बार ब्रिटेन के संसद में कदम रखा 10 साल उस समय वह सांसद के रूप में वहां पहुंचे थे वहां के पूर्व सांसद विलियम हेग ने रिचमंड को चुनाव लड़ाने से इंकार कर दिया जिसके बाद ऋषि सुनक ने रिचमंड की जगह ली और कंजरवेटिव एमपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए।
- साल 2015 में ऋषि सुनक ने चुनाव लड़ा और उसे जीत भी लिया चुनाव जीतने के बाद उन्होंने 2015 से लेकर 2017 तक ब्रिटेन के पर्यावरण खाद और ग्रामीण मामलों की चयन समिति में भी काम किया।
- इसके बाद साल 2017 में ऋषि सुनक को भारी वोट मिले जिसके बाद वह एक बार फिर सांसद के रूप में चुने गए थे वह केवल उनके काम की वजह से ही हुआ।
- 24 जुलाई 2019 में उनके बेहतरीन कार्यशैली को देखकर ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने उन्हें ट्रेजरी के मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त कर दिया क्योंकि वहां पर उनका काम और लगन ही सामने आया।
- 2019 में को दोबारा एमपी के रूप में चुने गए और इस बार उन्हें भारी मत मिले जिसके बाद बत्तीसी बार सांसद बने अपनी प्रतिभा और कार्यशैली को देखकर वे आगे बढ़ते रहें जिसके बाद 12 फरवरी 2020 को बोरिस जॉनसन के कैबिनेट मंत्री के तौर पर नियुक्त हो गए।
ऋषि सुनक का वित्त मंत्री के रूप में करियर।
11 मार्च 2020 को उन्होंने पहला बजट पेश किया था अपने कार्यकाल के दौरान ऋषि सुनक ने कोरोना महामारी से परेशान लोगों की मदद को लेकर एक बड़ा ऐलान किया था जिसमें उन्होंने करीब 30 मिलियन खर्च करने का ऐलान भी किया जिसके कारण कई लोगों की जान भी बचाई गई और जिनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं था इसके बाद 17 मार्च 2020 को उन्होंने व्यवसायियों के लिए आप पर आपातकालीन सहायता में 330 बिलियन और कर्मचारियों के लिए वेतन की घोषणा की इसमें उन्हें सब्सिडी भी दिलाई गई इसके कुछ दिन के बाद ही उन्होंने नौकरी प्रतिधारण योजना की घोषणा की लेकिन इसे गंभीर प्रतिक्रिया मिली। क्योंकि इसके लिए 100000 लोगों की अनुमति चाहिए थी जो मिल नहीं पाई जिसके का इस योजना को 30 सितंबर 2021 तक के लिए बढ़ा दिया गया था उसके बाद साल 2021 के बजट में ऋषि सुनक ने वित्त वर्ष 2020 21 में घाटा बढ़कर 355 मिलियन पाउंड कर दिया जो उस समय के पीक टाइम में सबसे ज्यादा था फिर उन्होंने कॉरपोरेशन टैक्स को 19 से बढ़ाकर 25% कर दिया और टैक्स फ्री पर्सनल एलाउंस में से 5 साल की रोक लगा दी । फिर जून 2021 में G7 शिखर सम्मेलन में बहुराष्ट्रीय कंपनियों और ऑनलाइन कंपनियों का वैश्विक न्यूनतम कर स्थापित किया अक्टूबर 2021 में ऋषि सुनक ने तीसरा बजट पेश किया जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य अनुसंधान और नवाचार के लिए 5 बिलियन पाउंड और कौशल शिक्षा के लिए 3 बिलियन पाउंड की राशि भी शामिल की गई थी।
ऋषि सुनक के कोषाध्यक्ष के मुख्य सचिव के रूप में चुना गया।
ऋषि सुनक को 24 जुलाई 2019 को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा सा चांसलर साजिद जाविद के साथ काम करते हुए ट्रेजरी के मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया उसी के अगले दिन में पृवी काउंसिल के सदस्य भी बन गए उन्होंने 2019 के आम चुनाव में 47.2% के बढ़े हुए बहुमत के साथ चुने हुए चुनाव अभियान के दौरान चुनाव में कंजरवेटिव का प्रतिनिधित्व भी किया।
ऋषि सुनक का राजकोष के चांसलर के रूप में नियुक्ति की गई।
ऋषि सुनक में राजकोष के रूप में नियुक्ति के बाद प्रेस ब्रीफिंग में पहले ही सुझाव दे दिया था सुना के नेतृत्व में एक नया आर्थिक मंत्रालय स्थापित किया गया ताकि इसके जरिए साजिद जाओ के खजाने से सख्ती और राजनीतिक प्रभाव को कम किया जाए ऋषि सुनक को बोरिस जॉनसन का वफादार माना जाता है वहीं उन्हें उभरते सितारे के रूप में भी देखा जा सकता है।
अपने पूर्वर्ती जावेद के इस्तीफे के बाद कैबिनेट फेरबदल के हिस्से के रूप में ऋषि सुनक ने 13 फरवरी 2020 को चांसलर की गद्दी संभाली जिसके बाद जावेद ने प्रधानमंत्री जॉनसन के साथ बैठकर राजकोष की गद्दी से इस्तीफा दे दिया जॉनसन ने इसके बाद एक साथ रखी जिसमें यह कहा कि ट्रेजरी में अपने सभी सलाहकारों को बर्खास्त कर दें जिसके लिए जो नए व्यक्ति चुने जाएंगे उन्हें इसके लिए नियुक्त किया जाएगा।
इस्तीफा देने के बाद जावेद ने प्रेस एसोसिएशन से कहा कि कोई स्वाभिमानी मंत्री उन शर्तों को स्वीकार नहीं करेगा यह टिप्पणियां कई बार दी गई जिसको राजनीतिक में खास ध्यान रखा गया।
ऋषि सुनक का इस्तीफा।
ऋषि सुनक का इस्तीफा 5 जुलाई 2022 को कृष पिक्चर सांसद के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद उन्होंने स्वास्थ्य सचिव से इस्तीफा दे दिया अपने त्यागपत्र में उन्होंने कहा कि जनता ठीक है उम्मीद करती है कि सरकार को सही ढंग से चले सक्षम और गंभीरता चलाना चाहिए उनका कहना था कि मैं मानता हूं कि यह मेरी आखिरी मंत्री पद की नौकरी होगी लेकिन मेरा मानना है कि यह लड़ाई किसी कारण की वजह से है हर कोई चाहता है उनके देश का अर्थव्यवस्था पहले से बेहतर हो जिसके लिए बेहतर कदम उठाने ही होते हैं।
ऋषि सुनक की अचीवमेंट।
संडे टाइम्स में रिच लिस्ट 2022 में उनका नाम लिखा गया जिसमें उन्हें 222 वा स्थान दिया गया जिससे अमीरों की सूची में शामिल होने वाले पहले फ्रंटलाइन राजनेता भी बन गए।
ऋषि सुनक के विवाद।
ऋषि सुनक सिर्फ अपने इस्तीफे के कारण ही विवाद में आए थे इससे पहले वह कभी विवाद में नहीं आए बस उनकी शादी सुर्खियों में रही जब प्रधानमंत्री की सीट को लेकर सुर्खियां उठी तो जिसके कारण लोगों की नजरें भी उन पर टिकी हुई थी आखिर क्या वरीय ब्रिटेन के पीएम।
क्या ऋषि सुनक बनेंगे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आइए जानते हैं।
आपको पता ही है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कार्यकाल से खुश ना होने के कारण कैबिनेट के कई मंत्रियों ने सांसदों के पद से इस्तीफा दे दिया था धीरे-धीरे संख्या घट गई थी जो करीब 50 के हो गई थी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले में ऋषि सुनक भी मौजूद थे जिन्होंने वित्त मंत्री पद से इस्तीफा देकर सरकार छोड़ दिया ऋषि सुनक ने अपने कार्यकाल में काफी बेहतर प्रदर्शन किया था जिसके कारण कंजरवेटिव पार्टी से अलग प्रधानमंत्री पद के लिए चुने गए थे आपको बता दें कि अगर इस ब्रिटेन के पीएम बन जाते हैं तो ऐतिहासिक पल हो जाएगा क्योंकि पहली बार कोई भारतीय ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनेगा और ब्रिटेन ऐसा देश होगा जहां कोई भारतीय देश की कमान संभालेगा।
ऋषि सुनक के रोचक तथ्य।how did rishi sunak meet his wife
- ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति ब्रिटेन की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं।
- ऋषि सुनक के भाई संजय मनोवैज्ञानिक हैं उनकी बहन विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में मानवीय शांति निर्माण संयुक्त राष्ट्र के फंड और कार्यक्रमों के प्रमुख के रूप में काम करते हैं।
- ऋषि सुनक की दो बेटियां हैं जिन दोनों की शादी हो चुकी है।
- ऋषि सुनक ने 2001 से 2004 तक निवेश बैंक में काम किया वह भी गोल्डमैन सैक्स और विश्लेषक के रूप में।
FAQs
1: ऋषि सुनक किस धर्म को मानते हैं और किस धर्म से बिलॉन्ग करते हैं
Ans:- हिंदू हिंदू
2. ऋषि सुनक कौन है
Ans:-ऋषि सुनक की अगर बात करें तो वह भारतीय मूल के राजनेता है जो ब्रिटिश कंजरवेटिव पार्टी से सांसद हैं जिनको बोरिस जॉनसन की पार्टी के समय वित्त मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
3. ऋषि सुनक क्या बन पाएंगे ब्रिटिश प्रधानमंत्री।
Ans:-हां आजकल आप न्यूज़ में देखी रहेंगे ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन चुके हैं.
4. ऋषि सुनक की किससे शादी हुई है
Ans:-उनकी शादी एन आर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई है।
5. ऋषि सुनक कहां के रहने वाले हैं
Ans:-ऋषि सुनक वैसे तो भारतीय मूल के निवासी हैं पर वह उनका जन्म ब्रिटेन के साउथेंप्टन में हुआ है । उनके दादा और दादी भारत में जन्मे थे जिसकी वजह से वह अपने आप को भारतीय भी मानते हैं।