Share Market and financial Market / Types of Stock Market /types of stocks for beginners

AZADINAUKRISE
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Share Market and financial Market / Types of Stock Market /types of stocks for beginners 

शेयर मार्केट एंड फाइनेंशियल मार्केट क्या होता है?

शेयर मार्केट के बारे में तो आप लोग जाने चुके होंगे मेरे पोस्ट में मैं उस पोस्ट का लिंक आपको यहां पर प्रोवाइड करवा दूंगा तो शेयर मार्केट क्या है अब वहां से जाकर पढ़ सकते हैं मार्केट मैंने जैसा कि बताया कि वह प्लेटफार्म है जहां पर आप अपने स्टॉक को खरीदते या भेजते हैं उसे मार्केट जाता है जहां पर हम जानेंगे कि कैंसिल मार्केट क्या है ऑप्शन मार्केट शेयर मार्केट में क्या महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मार्केट का फंडा है तेरा वही होता है सेम चाहे आपको सब्जी मंडी में चले जाएं फल मंडी में चले जाएं या किसी भी मार्केट में आप चले जाते हैं सूट मार्केट हो कोई सी भी मार्केट हो वहां पर आप जाने के बाद में क्या चीज देखते हो कि आपको क्या चीज लेना चाहिए अगर आपको एक फल लेना है तो आप उसमें क्या-क्या देखोगे आप उसमें उसकी क्वालिटी को देखोगे उसकी वैल्यू कितनी है बड़ी हुई है घटी हुई है उसकी डिमांड किस तरह से चल रही है तो यह सारी चीजें आप वहां पर देखोगे।
यहां पर मार्केट में सीधा से फडा यह है कि अगर आपको किसी भी शेयर को खरीदना है तो आपको उस भाव तक आने का इंतजार करना होता है उसके बाद स खरीदते हैं।

फिनेंशियल मार्केट वित्तीय बाजार?

फिनेंशियल मार्केट या वित्तीय बाजार का अर्थ होता है कि जहां पर हम बहुत सारी चीजों का लेनदेन करते हैं उसे हम वित्तीय बाजार बोलते हैं सरल भाषा में अगर हम बात करें जैसे कि अगर हम बात करते है, स्टॉक्स, commodity - कच्चा तेल, सोना चांदी, कॉपर, cruid oil, currency 💲 rupee, dollars।

शेयर मार्केट में कंपनी पब्लिक से पैसा उठा लेती है पब्लिक पैसा इन्वेस्ट करती है उसको बाय कर लेती है कंपनी का क्या फायदा होता है।

यहां पर कंपनी को यह फायदा होता है कि उसे फंड मिल जाता है।

पब्लिक का क्या फायदा होता है : पब्लिक को उसको उसकी कंपनी के शेयर होल्डिंग मिल जाती है एक तरह से उसको ओनरशिप मिल जाती है या हिस्सेदारी मिल जाती है कुछ परसेंटेज का वह हिस्सेदार हो जाता है।

यहां पर कंपनी का क्या रोल होता है कंपनी जो अपने हिस्से को बेच कर पैसा ले लेती है। पर आप यह भी कह सकते हैं कि कंपनी बैंक से भी पैसा ले सकती है हां बिल्कुल ले सकती है पर यहां पर अगर कंपनी मान लीजिए लॉस में चली जाती है तो बैंक को अपना पैसा तो चाहिए चाहिए और मूलधन ब्याज भी साथ में चाहिए तो ऐसी स्थिति में अगर कंपनी लॉस में चली गई तो पैसे कहां से भरेगी और इंटरेस्ट के साथ में ।

स्टॉक मार्केट के होने ना होने से क्या फर्क पड़ता है


तो मैं आपको यहां पर बता देता हूं कि हमारे देश की अगर इतनी ही बात करते हैं तो यहां बहुत बड़ा हिस्सा जो है वह स्टॉक मार्केट पर ही डिपेंड करता है इसे जो लोग इसे जुआ समझते हैं वह लोग गलत हैं कंपनी को पैसा चाहिए होता है बैंक से लेने पर उसे ब्याज देना पड़ता है पर यही पैसा वह पब्लिक से लेती है तो उसे ब्याज की टेंशन नहीं होती है पब्लिक को कंपनी की हिस्सेदारी मिल जाती है और कंपनी को उसका पैसा बिना ब्याज के मिल जाता है।

अब जब कंपनी यहां पर ग्रो करेगी तो सीधी सी बात है कि आप भी यहां पर ग्रो करोगे कंपनी बढ़ेगी तो आप भी  बढ़ेंगे आपके शेयर भी बढ़ेंगे और हमारे देश की इकोनॉमी भी मजबूत होगी।

से मार्केट में 2 हिस्से होते हैं

  • प्राइमरी मार्केट
  • सेकेंडरी मार्केट

प्राइमरी मार्केट:_

 यहां पर आईपीओ की लिस्टिंग होती है।

NSE and BSE mai company list hoti hai uske share ke offer hote hai jo investors ke liye hote hai।

सेकेंडरी मार्केट:_

Secondary market Jahan per ham Apne shares ko kharidte hain bechate hain।

हमें किसी भी शेयर्स को लेने से पहले क्या-क्या देखना होता है चलिए जानते हैं।

1. Company kab list Hui hai
2. Company kis price per list Hui hai
3. हाईएस्ट प्राइस किय था और लोवेस्ट प्राइस क्या था
4. आज का शेयर प्राइस क्या है।

अगर आपको किसी कंपनी के बारे में देशज करना उसका फंडामेंटल एनालिसिस करना है तो आपको उसके लिए एक साइट है वहां पर जाकर आप इस पर रिसर्च कर सकते हैं moneycontrol.com पर।

इक्विटी 

 कोई XYZ pvt ltd. कंपनी है जो अपना काम शुरू करना चाहती है तो उसे उसके लिए बैंक से लोन लेना पड़ेगा या दोस्तों से रिलेटिव से पैसा लेने पड़ेंगे या फिर वह सब लोगों को कॉल करेगा और जो भी प्रॉफिट होगा वह उसे एक परसेंट या 2पसंद सब में बराबर बराबर देने के लिए तैयार हो जाएगा।
अम्मा लीजिए किसी भी कंपनी का क्या प्रॉफिट होता है 10,00000 रुपए।

और उन्होंने 100 लोगों से वह पैसे लिए हैं।

Profit Share - = 10,00000/100 = 10,000

यहां पर पर व्यक्ति जो प्रॉफिट होगा वह ₹10000 होगा जो सब में बट जायेगा।

इसे ही इक्विटी बोलते हैं।

Benefit of equity for a company

  1. Fixes liability - अब यहां पर अगर कंपनी ग्रो करती है तो आपको प्रॉफिट होगा और कंपनी ग्रो नहीं करती है तो आपको लॉस होगा।
  2. Intrest - कंपनी को यहां पर कोई भी इंटरेस्ट नहीं देना होता है अगर वह डिविडेंड देना चाहती है तो अपने इन्वेस्टर्स को डिविडेंड दे सकती है।
  3. Create liquidity - यहां पर कंपनी अपनी लिक्विडिटी को क्रिएट करती है और मजबूत करती है।
  4. ऑनर्स अपने शेयर को यहां पर बेच सकता है।

इन्वेस्टर्स बेनिफिट

  1. मल्टीफोल्ड रिटर्न
  2. FD return 5 to 6 % per year
  3. Share return 15 to 25% per year 
  4. इन्फ्लेशन बीट 
  5. क्रिएट लोंग टर्म वेल्थ।

क्या आपको पता है नहीं तो जानते हैं।

1 साल के ऊपर अगर आप शेयर को भेजते हैं तो आपको केवल 10 परसेंट ही टैक्स देना होता है। Vah bhi game per example agar aapane ₹100 per kharida hai aur 150 mein becha hai to use ₹50 per hi tax Dena hoga aapko Keval।
अगर आप 1 साल के अंदर किसी भी Share को sell karte  हैं तो उस पर 36 परसेंट का टैक्स लगता है।

नमस्कार दोस्तों अगर आप लोगों को मेरी यह पोस्ट पसंद आए तो आपने मुझसे शेयर जरुर करिएगा जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक यह पहुंचे और ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिले धन्यवाद।

TYPES OF STOCK MARKET

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